India Prime News

भागलपुर में बड़ा सा हवाई अड्डा बनने के बाद भी अतिक्रमण

सुल्तानगंज में हवाई अड्डा बनने की शुभ गहत को लेकर सुल्तानगंज के कई प्रबुद्ध जनों की एक आवश्यक बैठक हुई जिसमें उन्होंने सुल्तानगंज के माननीय विधायक और बिहार सरकार के प्रति इस पहल के लिए साधु बाद प्रेषित किया।

 

 

प्रबुद्ध जनों ने इस बात को भी स्वीकार की भागलपुर में बड़ा सा हवाई अड्डा बनने के बाद भी अतिक्रमण होने से नहीं बचा पाने के कारण अब तक हवाई परिचालन का लाभ उठाने से आम जनता वंचित हैं, आशा है निकट भविष्य में वह भी सफलीभूत होगा।

 

 

 

इधर बिहार सरकार ने भागलपुर के गौराडीह और सुलतानगंज स्टेशन से पश्चिम दक्षिण फोर लेन की तरफ हवाई अड्डा निर्माण हेतु सुलभ, विस्तारित और सुरक्षित क्षेत्र की जाँच रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि गौराडीह में लगभग (600) एकड़ जमीन की अपेक्षा सुलतानगंज में लगभग (800) एकड़, यानि 200 एकड़ भूखण्ड अधिक है, यहाँ दलदली और बाढ़ का खतरा नहीं है। यहाँ से बिहार और झारखण्ड को जोड़ने वाली चौड़ी सड़कें हैं।

 

 

जिला मुख्यालय और जे.एन. एम. सी. एच. मात्र 30-32 किलोमीटर की दूरी पर है। बिहार का दार्शनिक स्थल ऋषि कुण्ड और विश्व योग महाविद्यालय, मुंगेर बहुत करीब है। सिल्क सीटी और फुड प्रोसेसिंग जैसे रोजगारोनुमुख उद्योग को बढ़ाबा मिलेगा। अन्य दिनों की अपेक्षा विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला के अलावा सामान्य दिनों में भी तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ेगी साथ ही भागलपुर अंग क्षेत्र सिल्क उद्योग का दुनिया भर में व्यापार बढ़ेगा ,सुल्तानगंज के 833 एकड़ में फैले हवाई क्षेत्र वातावरण के दृष्टिकोण से भी अनुकूल है ,साथ ही स्टेट हाईवे, फोरलेन और रेल से कनेक्टिविटी भी बहुत सुंदर है ।

 

 

यहाँ अजगैवीनाथ मंदीर और जान्ह्वी गंगा होने के कारण सरकार को अधिकतम् आर्थिक लाभ होगा। फोर लेन से बिलकुल करीब होने से घंटो की दूरी मिनटों में पूरी हो पाएगी।

 

 

अतः माननीय मुख्यमंत्री जी से सादर निवेदन है कि यथाशीघ्र सुलतानगंज में हवाई अड्डा बनाने की स्वीकृति प्रदान की जाय।
समर्थन सभा में डाॅ श्यामसुन्दर आर्य, भावानंद सिंह प्रशांत, डॉ राजेन्द्र मोदी, सुधीर प्रोग्रामर, संजीव कुमार, संजय कुमार चौधरी, नवीन कुमार बन्नी, सदानंद कुमार, मनीष कुमार गुंज, पुरषोत्तम चौरसिया, किशोर ठाकुर, बिभूति कुमार विकल, शंकर मोदी, मो आजाद, नंदू चौरसिया, मुरारी चौरसिया, मिथिलेश कुमार, भुला माँझी, मिथिलेश चंद्रवंशी के अलावे अन्य प्रबुद्ध जनों ने अपने विचार रखे और सुलतानगंज में हवाई अड्डा बनाने के प्रस्ताव का जोरदार समर्थन किया।

Exit mobile version