सांस्कृतिक मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह पर सुजीत उपाध्याय को नई दिल्ली में सम्मानित किया गया
सड़क दुर्घटनाओं में घायल सैकड़ों लोगों को अस्पताल पहुँचाने का कार्य भी उन्होंने अत्यंत निष्ठा के साथ किया। उनके इन मानवीय कार्यों से अनगिनत लोगों को समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त हो सकी। उनके योगदान में केवल यह नहीं रहा, बल्कि रांची के रिनपास (रांची इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइकाइट्री एंड एलाइड साइंसेस) और केंद्रीय मानोचिकित्सालय अस्पताल में मानसिक रूप से अनेकों विक्षिप्त को अस्पताल में भर्ती कराया और शारीरिक रूप से कमजोर लोगों की भी सहायता की। उन्होंने भिक्षुकों का राशन कार्ड में नाम जुड़वाने जैसे अहम कार्य किए, जिससे उनकी दैनिक जरूरतें पूरी हो सकें।
सम्मान प्राप्त करने के बाद सुजीत उपाध्याय ने कहा कि इस सम्मान का श्रेय वह व्यक्तिगत रूप से नहीं लेना चाहते, बल्कि यह उनके नेतृत्वकर्ता और राज्य के मुखिया, हेमंत सोरेन की दूरदर्शी नीतियों और प्रेरणा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड सरकार ने जनता के हित में कई प्रभावी कदम उठाए हैं, और उन्हीं कदमों का अनुसरण करते हुए उन्होंने यह कार्य किए हैं।
सुजीत उपाध्याय ने हेमंत सोरेन को इस यात्रा में उनके मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत बताया, जिन्होंने उन्हें समाज सेवा की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड के विकास और गरीबों की सहायता के लिए हेमंत सोरेन के नेतृत्व में अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनसे समाज के निचले तबके को लाभ पहुंच रहा है। सुजीत उपाध्याय ने इस मौके पर सभी सहयोगियों और समर्थकों का धन्यवाद किया, जिनके बिना यह कार्य संभव नहीं हो पाता।
समारोह में उपस्थित सभी लोग सुजीत उपाध्याय की विनम्रता और सेवा भाव से प्रभावित हुए और उन्हें भविष्य में भी इसी तरह समाज की सेवा करते रहने की शुभकामनाएं दीं।