नारायणपुर में जांच टीम आने की सूचना पर अल्ट्रासाउंड संचालक और क्लीनिक संचालक ने गिरा लिया अपने गेट का शटर।
कई के पास संचालन का दस्तावेज नहीं ।
नारायणपुर ( नवगछिया): सिविल सर्जन के अंतिम स्मार पत्र का असर नारायणपुर में संचालित अवैध अल्ट्रासाऊंड, क्लिनिक, लैब, एक्सरे जाँच सेंटर पर देखने को मिला। शनिवार को पीएचसी प्रभारी डॉ विनोद कुमार के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया।
टीम में पीएचसी नारायणपुर के डॉ अंकित कुमार सहित तीन सदस्य थे। टीम के द्वारा बताया गया की मां तारा एक्सरे मधुरापुर , अमृत हेल्थ केयर पहाड़पुर, मां उषा अल्ट्रासॉउन्ड एन्ड न्यू रंजन डिजिटल एक्सरे मधुरापुर , दीप अल्ट्रासाउंड जाँच सेंटर मधुरापुर, गायत्री डिजिटल एक्सरे जांच केंद्र मधुरापुर , सिटी अल्ट्रासाउंड सेंटर मधुरापुर , आस्था पैथोलॉजी मधुरापुर , पुराना संजीवनी नर्सिंग होम मधुरापुर, बालमुकुंद पंडित मधुरापुर के घर में चल रहे क्लीनिक का जांच किया गया।
रंजन डिजिटल एक्सरे और उषा अल्ट्रासाउंड में कोई कागजात नहीं दिखाया गया। कागजात दिखाने का समय मांगा गया। सिटी अल्ट्रासाऊंड के संचालक मनीष कुमार ने सेंटर बंद रखा था। पुराना संजीवनी होम के संचालक राजा कुमार ने गेट बंद कर दिया था। राजा ने संजीवनी नर्सिंग होम का बोर्ड हटाकर किसी डॉक्टर का बोर्ड वहां लगाया है। दीप अल्ट्रासाउंड के संचालक ने पेपर दिखाया। गायत्री डिजिटल एक्सरे जांच केंद्र बंद था। बालमुकुंद पंडित के घर में संचालित क्लीनिक के बारे में कागजात मांगा गया ।
बार-बार जांच हो रहा है। लेकिन जांच के साथ कार्रवाई नहीं होती है,ऐसा क्यों। पिछली बार भी जांच किया गया था जांच में जिस संचालक को नोटिस मिला था उसने नोटिस के बावजूद भी संचालन शुरू रखा। क्या इस बार जांच का असर पड़ेगा।देखना है कि इस बार का जांच कितना असरदार रहता है। सिटी अल्ट्रासाऊंड के खिलाफ एक व्यक्ति ने सिविल सर्जन को आवेदन भी दिया है। जिसमें कहा गया है कि वह अल्ट्रासाउंड करके गलत रिपोर्ट देता है। इसके बाद जेनेरिक दवाई देकर ज्यादा रुपए वसूलता है ।