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परिवर्तन सभा में गुंजा हेमंत सरकार जवाब दो- पांच साल का हिसाब दो का नारा

जुगसलाई विधानसभा के परिवर्तन सभा में गुंजा हेमंत सरकार जवाब दो- पांच साल का हिसाब दो का नारा, आसनसोल की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने हेमंत सरकार पर किया तीखा हमला, कहा- हेमंत सरकार बन गयी है भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी और कुव्यवस्था की जीती-जागती मिसाल।

● बंगाल की तर्ज पर चल रहे सीएम हेमंत सोरेन, वोट बैंक के लिए बंगलादेशी घुसपैठियों को बसा रही सरकार।

 

 

जमशेदपुर। कोल्हान प्रमंडल के बहरागोड़ा विधानसभा से भाजपा के परिवर्तन यात्रा में उठी बदलाव की गूंज अब जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों में सुनाई दे रही है। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की कोल्हान प्रमंडल में चल रही परिवर्तन यात्रा जुगसलाई विधानसभा पहुंची। जमशेदपुर महानगर अंतर्गत जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के पटमदा ब्लॉक मैदान में आयोजित विशाल परिवर्तन सभा में हजारों स्थानीय नागरिक एवं कार्यकर्तागण शामिल हुए। भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा की अध्यक्षता में आयोजित सभा में भाजपा पश्चिम बंगाल की महामंत्री एवं आसनसोल साउथ की विधायक अग्निमित्रा पॉल, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व सांसद आभा महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, लोकसभा क्लस्टर प्रमुख एवं विधायक भावना बोहरा, पूर्व विधायक मेनका सरदार, जिला प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू समेत कई अन्य नेतागण शामिल हुए। विशाल परिवर्तन सभा में जुगसलाई विधानसभा अंतर्गत विभिन्न मंडलों से हजारों की संख्या में स्थानीय निवासी एवं भाजपा समर्थक व कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

 

 

इस दौरान विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले विधानसभा चुनाव के समय जो वायदे किये थे उनमें से एक वादा भी पूरा नहीं किया। हेमंत सोरेन सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि सरकार के झूठे वादों और खोखली योजनाओं से राज्य के बेरोजगार युवा, माताएं, बहनें और बुजुर्ग सभी निराश हैं। युवाओं को 5 से 7 हजार रुपये की आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है, माताओं और बहनों को हर महीने 2 हजार रुपये चूल्हा खर्चा देने की योजना धरी की धरी रह गई। वृद्धावस्था और दिव्यांग भत्ते की बात भी केवल चुनाव के समय ही याद आयी जबकि पांच साल से ऐसे वादों पर कोई अमल नहीं हुआ। चुनाव के दो महीने पहले ‘मईया योजना’ का प्रचार करना भी महज एक चुनावी चाल है। झामुमो-कांग्रेस सरकार की मंशा है कि झारखंड के कुछ माताओं-बहनों को दो महीना एक-एक हजार दे देंगे और फिर बहनों का हम वोट ले लेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री के झांसे में हमारे झारखंड की बहनें अब नहीं आने वाली नहीं है। चुनाव के ठीक कुछ समय पहले ऐसी हवाई योजना को लॉन्च करके सरकार ने जो उन्हें प्रलोभन दिया है, उसे सभी लोग समझने लगे हैं।

अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि बंगाल में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी तरह की राजनीति करती हैं, और कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनावों के समय 1 लाख रुपये देने का झूठा वादा किया था। कहा कि झारखंड की देवतुल्य जनता अगर अपने राज्य को बचाना और आगे बढ़ाना चाहती है, तो भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार ही एकमात्र विकल्प है।

उन्होंने कहा कि एक समय गोपाल कृष्ण गोखले जी ने कहा था, “बंगाल जो आज सोचता है, भारत कल सोचेगा,” लेकिन आज स्थिति उलट गई है। अब जो भारत आज सोचता है, बंगाल शायद 200 साल बाद सोचेगा। बंगाल में रोहिंग्या घुसपैठियों के कारण वहां की कला, साहित्य, संस्कृति, पर्यटन और उद्योग खत्म होने की कगार पर हैं। ममता बनर्जी के शासन में 100-200 रुपये में आधार और वोटर कार्ड बनवाकर धर्मशाला में रहने जैसा हो गया है। यही नीति अब झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार भी अपना रही है, जहां रोहिंग्या घुसपैठियों को वोटबैंक के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे पाकुड़, संथाल परगना एवं कोल्हान क्षेत्र में पूरी तरह से जनसांख्यिकी बदल गई है।

बंगाल में जैसे युवा, महिलाएं, किसान और गरीब मजदूर सड़कों पर उतरकर बदलाव की मांग कर रहे हैं, वैसे ही झारखंड में भी लोग परिवर्तन की आवाज उठा रहे हैं। भाजपा उसी जन आकांक्षा के समर्थन में परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। हेमंत सोरेन और ममता बनर्जी सिर्फ राजनीति करती हैं, लोगों को ‘भाई-बहन’ बोलकर मूर्ख बनाती हैं।

सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखंड में पिछले पाँच वर्षों में जो दुर्गति और भ्रष्टाचार की घटनाएँ सामने आई हैं, वे किसी से छिपी नहीं हैं। राज्य में लूट, झूठ और भ्रष्टाचार का ऐसा बोलबाला हो गया है कि आम जनता अब असहाय महसूस कर रही है। प्रशासनिक अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के इस माहौल में यहां के आदिवासी एवं मूलवासी के हितों की उपेक्षा लगातार हो रही है। इन्हीं समस्याओं से जूझते हुए राज्य की जनता को जागरूक करने और एक नए परिवर्तन के उद्देश्य से पूरे झारखंड में परिवर्तन यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जनता को इन कुव्यवस्थाओं से मुक्ति दिलाकर भाजपा के नेतृत्व में एक समृद्ध और खुशहाल झारखंड का निर्माण करना है।

विद्युत महतो ने कहा कि भाजपा सरकार के दौरान जब बिजली की समस्या आती थी, तो चौबीस घंटे के भीतर ट्रांसफार्मर बदला जाता था। लेकिन आज स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि ट्रांसफार्मर बदलने में 8 से 10 दिन का समय लग जाता है, और तब भी काम में टालमटोल किया जाता है। सिर्फ बिजली ही नहीं, राज्य के बंद पड़े माइंस भी सरकार की निष्क्रियता का शिकार हो गए हैं। इन माइंस के न खुलने से युवाओं के रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं, जिससे बेरोजगारी का संकट बढ़ता जा रहा है।

वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह परिवर्तन यात्रा के कोल्हान प्रभारी डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि सरकार की उदासीनता और भ्रष्टाचार के चलते जनता त्रस्त है, और सभी वादे खोखले साबित हुए हैं। यही कारण है कि अब राज्य में बदलाव की सख्त जरूरत महसूस की जा रही है। जनता को इस भ्रष्टाचारी हेमंत सरकार के शासन से मुक्ति दिलाने और एक बेहतर, विकसित झारखंड के निर्माण के

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