पेयजल समस्या का समाधान करने में सरकार और सरकारी तंत्र विफल:माकपा
युपीए की सरकार में भी एक एक बूंद पानी के लिए तरस रही हैं ग्रामीण महिलाएं
जनप्रतिनिधियों के मौन धारण कर लेने से राज्य सरकार के प्रति लोगों में बढ़ रहा है आक्रोश
पेयजल समस्या से ग्रामीण एक वर्ष से जूझ रहे हैं, इससे सरकार के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है:अयूब
पानी की समस्या का आलम यह है कि कामता पंचायत के दामोदर के महुड़र, भुसाढ, बेलवाही समेत अन्य टोलों में आधा दर्जन जलमीनार और दर्जन से अधिक चापानल एक वर्ष से खराब है, हालत यह है कि गांवों में पेयजल संकट गहराया हुआ है।पानी के लिए गांवों में हाहाकार मचा हुआ है।वही श्री खान ने आरोप लगते हुए कहा गांवों में गंभीर पेयजल समस्या को ऐसे छोड़कर क्या मुलाजिम सरकार को बदनाम करना चाह रहे हैं या फिर सरकार और मुलाजिम अहंकार में मे डुबे हुए हैं इस कारण उन्हें गांवों की समस्याएं दिखाई ही नहीं पड़ रही है।आगे श्री खान ने कहा सरकार और सरकारी मुलाजिमों के कारण पानी की समस्याओं से लोगों को निजात नहीं मिल पा रहा है।