मधुबनी: हरलाखी प्रखण्ड के विशौल गांव को कामलावरपट्टी गांव से जोड़ने वाली मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत बनने वाली सड़क के निर्माण कार्य मे बरती जा रही घोर अनियमितता के खिलाफ ग्रामीणों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया है।
आक्रोशित ग्रामीण बेचन दास, अरुण पांडेय, सरोज साह, दुखी साह, हरेराम साह, भुला दास, रामदेव सहनी, श्रीचन साह, महेंदर मंडल, राम शोभित मंडल, राम प्रसाद मंडल, विजय साह सहित अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क का शिलान्यास 22 नवंबर को हुई
जिसके बाद संबंधित संवेदक के द्वारा निर्माण कार्य शुरू कराया गया. लेकिन सड़क निर्माण में घटिया सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है. कामलावरपट्टी गांव से शुरू निर्माण कार्य पीसीसी ढलाई साढ़े तीन इंच का ही कर रहा है. जिससे वह सड़क दो से ढाई वर्षों में ही टूटकर पुनः जर्जर हो जाएगा
पूर्व से जर्जर सड़क पर पानी का छिड़काव भी नही किया जाता है और मेटेरियल भी सही से नही दिया जा रहा है. सड़क निर्माण स्थल पर कही भी मानक बोर्ड नही लगाया गया है. जिससे संवेदक का नाम और कार्य का प्रणाली पता चल सके. कार्य स्थल पर संवेदक के द्वारा मुंसी को छोड़ दिया गया है
शिकायत के बावजूद संवेदक एक बार भी वार्ता के लिए नही आते है और मनमाने ढंग से कार्य कराया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि यदि सड़क निर्माण में अनियमितता जारी रही तो हम सभी ग्रामीण निर्माण कार्य को रोककर उग्र आंदोलन करेंगे