CricketT20WorldCup:क्रोध दो तरह का होता है,एक मजबूर का एक मजबूत का
India Prime News
क्रोध दो तरह का होता है, एक मजबूर का एक मजबूत का
नई दिल्ली:क्रोध दो तरह का होता है, एक मजबूर का एक मजबूत का।मजबूत क्रोध करके आगे बढ़ जाता है, मजबूर क्रोध को पानी देता रहता है, उसे सींचता है पालता है। ऑस्ट्रेलिया से हम वर्ल्ड चैंपियनशिप भी हारे थे, पर उतना दुख नही हुआ था, वर्ल्डकप में कमिंस का साइलेंसर वाला डायलॉग, उसके बाद हेड का काल बनकर हमारे गले में फंस जाना। किसी को यकीन नही हुआ था, सब सदमे में थे, आज तक। हम पेपर पर वर्ल्डकप की बेस्ट टीम थे, मुहम्मद कैफ की इस बात पर हम सबको यकीन था, पर हम ये भी जानते थे कि मुकाबला 22 यार्ड की पिच पर होता है, ए 4 साइज के पेपर पर नही। तब से कसक थी, कि मैदान में हराना है इनको, और कुदरत ने क्या खूब मौका दिया, आज मौका था हमारे पास कि इस मैच की पिच पर ऑस्ट्रेलिया का वर्ल्डकप का सपना दफन कर दे, और हमने कर दिया। जैसे हम जीतते जीतते हारे थे, वैसे ये भी जीत की उम्मीद चखने के बाद प्यासे लौटेंगे। एक एक पाई सूत समेत वापस कर दी।