खरीक थाना क्षेत्र के चौराहा गांव में सीएसपी संचालक ने देर दर्जन गांवों के सैकड़ो महिला पुरुषों के साथ किया फर्जी लाखों रुपए लेकर सीएसपी संचालक परिवार धर छोड़कर हूवा फरार
शुभम कुमार/भागलपुर आज की तारीख में लोगों के लिए आसान जरूर हुआ है लेकिन अज्ञानता और भोलेपन के वजह से लोग शिकार भी हो रहे हैं पढ़े लिखे लोग इसको फर्जीवाड़ा का जरिया बनाते जा रहे हैं इसकी तरह और एक धटना भागलपुर में देखने को मिली है जहाँ 100 से अधिक भोली भाली महिलाओ व लोगों के फर्जी तरीके से बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट लेकर उनके खाता से रुपयों की निकासी कर ली गयी। 100 से ज्यादा खाता से 40 लाख रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा हुआ है दरअसल नवगछिया पुलिस जिला के खरीक थाना क्षेत्र अंतर्गत चोरहर गांव में बैंक ऑफ बरोदा के ग्राहक सेवा केंद्र के जरिये लोगों ने पाई पाई जोड़कर खाते में पैसे जमा किये थे किसीने 50 हजार किसिने 30 हजार किसीने 20 हजार रखे थे पिछले कई दिनों से खातों से सीएससी संचालक प्रवीण कुमार मेहता अपने पत्नी और परिवार के लोगों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट लेकर अवैध तरीके से पैसे की निकासी करते रहे कूल 40 लाख रुपये निकासी की गई है इधर खाताधारकों को इसकी भनक तब लगी जब वह पासबुक अपडेट करवाने को गये तो किसीके खाता में सिर्फ 500 तो किसीमे 1 हजार तो किसी के खाते में 200 रुपये ही दिखा.पीड़ितों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थाना पहुचकर पीड़ितों ने शिकायत की पुलिस ने जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है ग्राहक सेवा केंद्र टिन के बने घर मे संचालित था यहाँ खरीक के चोरहर, भवनपुरा, राघोपुर, रतनपुरा, कहारपुर, मैरचा समेत डेढ़ दर्जन गाँव के लोगों का खाता था इधर पीड़ितों का कहना है कि जो हुआ है वह बैंक कर्मियों के मिलीभगत से हुआ है जब भी पासबुक अपडेट करवाने जाते थे किसी न किसी बहाने से बैंक से निकाल दिया जाता था काफी मेहनत से पैसे जमा करके रखे थे प्रवीण मेहता लेकर फरार हो गया अब सवाल यह है की जहाँ लाखों का ट्रांजेक्शन ग्राहक सेवा केंद्र में किया जाता है वहाँ कौन सा सुरक्षा देखकर लाइसेंस निर्गत किया गया था इसकी बारीकी से जाँच हो तो बड़ा खुलासा हो सकता है।