संसद में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ.अंबेडकर पर किए गए अपमानजनक टिपण्णी के खिलाफ भागलपुर स्टेशन चौक पर बहुजन संगठनों का साझा प्रतिवाद प्रदर्शन हुआ और अमित शाह का पुतला फूंका गया।
इस मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के रिंकु यादव और अर्जुन शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में डॉ.अंबेडकर पर अपमानजनक टिपण्णी की है। डॉ.अंबेडकर ने संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। वे बहुजनों के सम्मान, हिस्सेदारी व बराबरी के संघर्ष के नायक हैं। डॉ.अंबेडकर का नाम लेने वालों का उपहास उड़ाकर अमित शाह ने संपूर्ण बहुजन समाज का भी अपमान किया है और बहुजन समाज इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।
विष्णु रजक और अखिलेश्वर पासवान ने कहा कि अमित शाह अविलंब माफी मांगे और इस्तीफा दे या फिर नरेन्द्र मोदी उसे बर्खास्त करे!ऐसे व्यक्ति को मंत्रिपद पर बर्दास्त नहीं किया जा सकता है।
अनुसूचित जाति-जनजाति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सोहिल दास और बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के वीरेन्द्र गौतम ने कहा कि अमित शाह ने इस सच्चाई को ही सामने लाया है कि भाजपा-आरएसएस डॉ.अंबेडकर और संविधान से किस कदर नफरत करती है। भाजपा-आरएसएस संविधान विरोधी है,बहुजन विरोधी है.डॉ.अंबेडकर के विचारों व सपनों की दुश्मन है।
मूलनिवासी संघ के रमेश पासवान और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियम(बिहार) के सोनम राव ने कहा कि जो राजनेता और राजनीतिक पार्टियां डॉ.अंबेडकर और संविधान के साथ है़ं। वह भाजपा के साथ नहीं हो सकती है.चिराग पासवान और जीतन राम मांझी जैसे नेताओं ने डॉ.अंबेडकर और संविधान विरोधियों से हाथ मिला रखा है। यह शर्मनाक है।
प्रतिवाद प्रदर्शन में प्रमुख तौर पर परिधि के उदय,राहुल,बुद्धिजीवी डॉ.संजय रजक,डॉ.अमित, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के प्रवीण यादव, विभूति,अभिषेक आनंद,विष्णु दास,बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के उदय शंकर चौधरी, परमानंद चौधरी, दिलीप दास, अनिल दास,ललन कुमार लाल, गुलशन, कुंदन पासवान, मनोज, रितेश, सत्यम, राजीव,पप्पु दास, मुकेश दास, ब्रह्मदेव दास, विष्णु देव दास, अनोज रजक, रंजीत रजक, संजय रजक, नंदन सहित दर्जनों मौजूद थे।
संवाददाता शुभम कुमार भागलपुर।