पुलिस ने मानव तस्करी में शामिल समस्तीपुर के एक युवक को गिरफ्तार किया
मुजफ्फरपुर,(बिहार):बिहार में गरीब परिवार के बच्चों को अच्छी कमाई और सुविधाओं का लालच देकर देश के दूसरे राज्यों में मजदूरी कराने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं. बच्चों को काम के बदले बहुत कम पैसा तो दिया जाता है साथ ही उनसे काम भी ज्यादा लिया जाता है.कुछ यैसा ही मामला मुजफ्फरपुर में भी सामने आया जब रेलवे पुलिस ने मानव तस्करी में शामिल समस्तीपुर के एक युवक को गिरफ्तार किया और 07 बच्चों को उसके कब्जे से मुक्त कराया. ये सभी बच्चे और तस्कर उदयपुर सिटी साप्ताहिक एक्सप्रेस में सवार थे. रेलवे पुलिस सभी बच्चों के एड्रेस को वेरिफाई करने के बाद चाइल्डलाइन के हवाले कर परिजनो के आने का इंतजार कर रही है. साथ ही इस बात की जांच में भी जुटी की यह गिरोह अब तक कितने बच्चों को बाल श्रम में धकेल चुका है. रेल एसपी गौरव मंगला ने बताया कि आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी साथ बचपन बचाओ आंदोलन के APO की सूचना पर मानव तस्करी की रोकथाम के क्रम में गाड़ी सं०- 19602 उदयपुर सिटी साप्ताहिक एक्सप्रेस के जनरल कोच में कुछ डरे- सहमे बच्चो को बैठे पाया गया , जब इन बच्चो से पूछताछ किया गया तो कुछ बच्चो ने बताया कि उन्हे गुडगाँव में टायल्स लगाने का काम करने के लिए ले जाया जा रहा है बाद में बच्चो को ले जाने वाले युवक को गाडी से उतार कर पूछताछ किया गया तो बच्चो को ले जाने वाले व्यक्ति ने अपना नाम अक्षय सदा थाना कल्याणपुर जिला समस्तीपुर बताया है |सख्ती से पूछताछ करने पर अक्षय ने बताया कि मेरे साथ कुल 07 बच्चे है जो सभी खगड़िया जिले के रहने वाले है | इन सभी को लेकर मैं गुडगाँव जा रहा हूँ और वहाँ पर सभी बच्चो से टायल्स लगवाने का मजदूरी कराता हूँ | सभी बच्चो से नाम पता पूछते हुए सत्यापन किया गया तो सभी बच्चो का नाम पता सही पाया गया जिन्हें बचपन बचाओ आंदोलन के APO के हवाले कर दिया गया है।