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इंसानियत और प्यार के पैरोकार थे पैगंबर मोहम्मद साहब:अयूब खान

पैगंबर मोहम्मद ने उस बुढ़िया को भी कभी बुरा नहीं कहा जो रोजाना उन पर कूड़ा फेंकती थी : अयुब खान, सामाजिक कार्यकर्ता।

पैगंबर मोहम्मद साहब पर रोजाना कूड़ा फेंकती थी एक महिला, लेकिन मुस्कुराकर पास कर जाते थे पैगम्बर मुहम्मद

जब वह महिला बिमार पड़ी तो उसके घर जाकर उसका हाल जाना, उसके लिए दुआ मांगी

चंदवा,(झारखंड);सामाजिक कार्यकर्ता अयुब खान ने बताया कि इंसानियत और प्यार के पैरोकार पैगंबर मोहम्मद साहब पर एक बुजुर्ग महिला रोजाना कूड़ा फेंकती थी, लेकिन फिर भी उन्होंने उस महिला को कभी कुछ बुरा नहीं कहा।पैगंबर मोहम्मद साहब को इंसानियत और प्यार का पैरोकार यूं नहीं कहा जाता है.उन्होंने अपने अनुयायियों को हमेशा इंसानियत की राह ही दिखाई, पैगंबर साहब खुद भी मानवता की एक बहुत बड़ी मिसाल थे, पैगंबर ने उस बुढ़िया को भी कभी बुरा नहीं कहा जो रोजाना उन पर कूड़ा फेंकती थी. पैगंबर साबह ने उल्टा उस बुढ़िया का इलाज करवाया था,, उसके लिए दुआएं मांगी।दरअसल, पैगंबर मोहम्मद साहब जिस रास्ते से गुजरते थे वहां एक बुढ़िया रहती थी, वो बुढ़िया रोजाना पैगंबर साहब पर कूड़ा फेंकती थी, पैगंबर बिना कुछ बोले मुस्कुराते और उस औरत के लिए दुआ कर चुपचाप निकल जाते थे, एक दिन जब मोहम्मद मुस्तफा साहब पर कूड़ा नही पड़ा तो उन्होंने पूछा यहां एक औरत हुआ करती थी जो रोज कूड़ा फेंकती थी, तो पता चला कि वो औरत बीमार है, जैसे ही मोहम्मद साहब को बुढ़िया की बीमारी का पता चला तो वे तुरंत उस औरत का हाल लेने पहुंच गए, पैगंबर ने बुढ़िया से पूछा कि आज आपने मेरे ऊपर कूड़ा नही फेंका तो आपको देखने आ गया और अल्लाह से दुआ की आप जल्दी ठीक हो जाओ, ये देख वो औरत रोने लगी और हजरत मोहम्मद से माफी मांगी।

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